Monday, 11 August 2008

अमरनाथ में मरते लोग


अमरनाथ यात्रा एक ऐसा आयोजन है जो हर हिंदू की धार्मिक भावना से जुड़ा हुआ है।पर आज जो जम्मू में हालत हैं उनको देख कर यह कहा जा सकता है किघाट और जम्मू के सम्बन्ध सौहार्द पूर्ण नही हैं । एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र ने इसी मुद्दे पर घटी और जम्मू के लोगों से बात कि तो घटी के लोगों कि प्रतिक्रिया पढ़ कर घोर निराशा हुई क्योंकि सभी ने भारत को एक पराये देश कीतरह समझ कर अपनी प्रतिक्रिया जताई,यह सब तब है जब किभारत सबसे अधिक प्रति व्यक्ति धन जम्मू और कश्मीर के लोगों को उपलब्ध कराताहै ।
भारत के बहुसंख्यक लोग आज अल्पसंख्यक कीतरह जीने को मजबूर हैं । आज जिस असंतुलन की बात घटी लोग कर रहे हैं यदि वे इतिहास में झांके तो उन्हें पता चल जाएगा कि जम्मू कश्मीर में पहले हिंदू बहुसंख्यक थे पर आज भारत की उदारता ने उसे ही ऐसा फंसा दिया है कि न लोग सुरक्षित हैं न सरकार ।

Wednesday, 4 June 2008

बढ़ती कीमत घटती गंभीरता

भारत की सरकार की गंभीरता इसी बात से आंकी जा सकती है ,सभी चीजों के दाम बेतहाशा बढे हुए हैं लेकिन फिर भी सरकार पेट्रोल, डीज़ल के दाम बढ़ने का फ़ैसला कर लिया है।
और भगवन न करे की प्याज की कीमतें एक बार फिर सरकार आंसू निकल दे । चूँकि प्याज़ की कीमतें abhi तो सरकार के मुताबिक अधिक उत्पादन के कारण कम हो गई हैं ,लेकिन जैसे ही निर्यात बढ़ा भारत में भी कीमतें फिर बढ़ सकती हैं ।
लेकिन सरकार यदि गंभीरता से सोचे और ध्यान दे तो कीमतों पर नियंत्रण किया जा सकता है।

Wednesday, 12 March 2008

हाकी

हाकी की भारत में होती दुर्दशा से हर भारतीय दुखी है ,लेकिन राजनीति की चाल ऐसी है की वह इसके सुधरने की संभावनाओं के बारे में भी हमें आपको सोचने के लिए केवल एक दिशा दे सकती है ,लेकिन इससे कहीं अच्छा ये होता किनहमारी सरकार के लोग खेल से खेल न खेलें