मंगलौर का रास्ता कहां जा रहा है आज भारत का हर आदमी यही सोच रहा है । भारत का सांस्क्रितिक स्वभाव क्या होगा यह हम ही तय करेंगे । क्योंकि हम एक जिम्मेदार भारत के नागरिक भी हैं और हमारा कर्तव्य भी बनता है कि देश की संस्कृति और संस्कार भी हमारे बनाए हों जिससे हम उसका सही पालन और पोषण कर सकें। हमें गंभीरता से सोचना चाहिए कि हम क्या रहे हैं और क्या करें।
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प्रतापगढ़ से नये ब्लागर निकल रहे है यह बहुत अच्छी बात है। हम भी प्रतापगढ़ के पट्टी तहसील के है, वर्तमान में इलाहाबाद से है।
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