Monday, 2 February 2009

मंगलौर का रास्ता कहां जा रहा

मंगलौर का रास्ता कहां जा रहा है आज भारत का हर आदमी यही सोच रहा है ‍। भारत का सांस्क्रितिक स्वभाव क्या होगा यह हम ही तय करेंगे । क्योंकि हम एक जिम्मेदार भारत के नागरिक भी हैं और हमारा कर्तव्य भी बनता है कि देश की संस्कृति और संस्कार भी हमारे बनाए हों जिससे हम उसका सही पालन और पोषण कर सकें। हमें गंभीरता से सोचना चाहिए कि हम क्या रहे हैं और क्या करें।

1 comment:

Pramendra Pratap Singh said...

प्रतापगढ़ से नये ब्‍लागर निकल रहे है यह बहुत अच्‍छी बात है। हम भी प्रतापगढ़ के पट्टी तहसील के है, वर्तमान में इलाहाबाद से है।